Posts

Showing posts from November, 2021

पहला मनुष्य और पाप की उत्पत्ति

पहला मनुष्य और पाप की उत्पत्ति | बाइबल के अनुसार 📖 "इसलिए जैसे एक मनुष्य के द्वारा पाप जगत में आया और पाप के द्वारा मृत्यु आई, वैसे ही मृत्यु सब मनुष्यों में फैल गई, क्योंकि सब ने पाप किया।" – (रोमियों 5:12) प्ररिचय  क्या आपने कभी सोचा है कि दुनिया में पाप और मृत्यु की शुरुआत कैसे हुई? बाइबल हमें बताती है कि जब पहला मनुष्य आदम और हव्वा परमेश्वर की आज्ञा का उल्लंघन किए, तब से पाप संसार में आया। इसी कारण से संपूर्ण मानवजाति पाप के अधीन हो गई। इस लेख में, हम बाइबल के आधार पर पाप की उत्पत्ति और इसके प्रभाव को विस्तार से समझेंगे। पहला मनुष्य – आदम और हव्वा परमेश्वर ने जब सृष्टि की, तो सब कुछ निर्मल और उत्तम था (उत्पत्ति 1:31)। फिर उसने पहले मनुष्य, आदम को मिट्टी से बनाया और उसमें जीवन की सांस फूँकी (उत्पत्ति 2:7)। बाद में, परमेश्वर ने आदम की पसली से हव्वा को रचा ताकि वह उसकी संगिनी हो (उत्पत्ति 2:22)। परमेश्वर ने उन्हें एदेन उद्यान में रखा और वहां उन्हें सब प्रकार की स्वतंत्रता दी, लेकिन साथ ही एक आज्ञा भी दी: 👉 "तू भले-बुरे के ज्ञान के वृक्ष का फल न खाना, क्योंकि जिस दिन ...

सच्चे प्यार के लिए तरसजाना

सच्चे प्यार के लिए तरसजाना चाहें हमे पता हो या न हो लेकिन हम सब का दिल प्यार के लिए तरसता हैं. हम सब को प्रेम करने के लिए ही बनाया गया है. परमेश्वर ही प्यार है. क्या आप परमेश्वर के सच्चे प्यार के लिए तरस रहे हो? तो क्या बदले में आप फिर उन्हें आपके पूरे दिल, आत्मा, मन और बल से प्यार करते हो? परंतु सच्चा प्यार क्या है? यही शब्द के अनेक मतलब है. हम एक ही सास में कह सकते हैं, "में कॉफी से प्रेम करता हूॅ. में अपने पति या पत्नी से प्रेम करता हूॅ. में यीशु मसीह से प्रेम करता हूॅ." सच्चा प्यार क्या है यह हम कैसे जान सकते है? वह कैसा दिखता है? वह कैसा महसूस होता है? क्या इससे कोई फर्क पड़ता हैं? सच्चा प्यार सनसनी, अनुभूति, विशेष कार्य और सिद्धांत से भी बढ़कर हैं. सच्चा प्यार दुसरों की ग्वाही की वास्तविक इच्छा हैं. जीने का मकसद और कलिसिया का अस्तित्व ही सच्चा प्यार का उद्देश्य है जो परमेश्वर को आराधना देता है . कुछ लोग कहेंगे की सेवकाई ही कलिसिया का एकमात्र उद्देश्य हैं: "दुनिया को इसाई धर्म प्रचार करना ही कलिसिया का प्रथम कार्य है. कलिसिया का विशेष कार्य है सेव...

Popular posts from this blog

यीशु मसीह का चरित्र कैसा था।

बपतिस्मा क्या है?क्या बपतिस्मा लेना जरूरी है?

सच्चे प्यार के लिए तरसजाना